Blogger templates

Work from Home, If You Expert in Mobile (Social Media Work) Contact

Sunday, February 14, 2021

RS-CIT CHAPTER : 3

मेहरा कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर, रायसिंह नगर 

RSCIT COMPUTER COURSE 

CHAPTER : 3 अपने कंप्यूटर को जाने

ऑपरेटिंग सिस्टम:- (एक प्रश्न जरुर आता है)

ऑपरेटिंग सिस्टम : यह यूजर PC के बीच मध्यस्था का कार्य करता है-

कार्य: - ये निम्न है

·        कंप्यूटर हार्डवेयर व कंप्यूटर यूजर के बीच मध्यस्था का कार्य करता है.

·        प्रोग्रामों को रन (चलाता है) करता है.

·        रिसोर्स मैनेजमेंट का कार्य भी करता है.

नोट:  इसके तीन लेयर होती है – 1. हार्डवेयर 2. सिस्टम सॉफ्टवेयर 3. एप्लीकेशन प्रोग्राम

GUI – Graphical User Interface –

·        WYSWYG : - (What You See is What You Get)

·        यह दिव्यांग लोगों के लिए काफी लाभकारी है

GUI का मुख्य लाभ :-  कंप्यूटर चलाने में आसानी होती है.

GUI की हानि :- ज्यादा स्टोरेज की आवश्यकता पड़ती है.

 

विंडो 10 में इंटरफ़ेस को समझाना :

·        कंप्यूटर को बूट करना:- कंप्यूटर को शुरू व रिस्टार्ट करना बूटिंग कहलाता है.

o   Cold Boot :  बंद पड़े कंप्यूटर को चलाना.

o   Worm Boot : चलते कंप्यूटर को रिस्टार्ट करना.

·        Desktop : कंप्यूटर शुरू होने के बाद पहली स्क्रीन जो दिखाई देती है वही डेस्कटॉप कहलाती है.

·        टास्कबार: स्क्रीन के सबसे नीच स्थित होता है. डेट एंड टाइम इसी में दिखाई देता है

·        Icon : डेस्कटॉप पर स्थित छोटे चित्र  जैसे – My Computer, Recycle Bin

·        System ट्रे : इसमें बैकग्राउंड में चल रहे प्रोग्राम शामिल होते है यह टास्कबार पर स्थित होती है जैसे – एंटीवायरस आदि.

·        Quick Launch Icon : यह स्टार्ट मेनू में दिखाई देते है.

·        स्टार्ट मेनू :  विंडो 8 में स्टार्ट बटन नहीं था.

·        सर्च : स्टार्ट बटन पर क्लिक करने के बाद स्टार्ट मेनू में सबसे नीचे सर्च बॉक्स होता है जिसे हम किसी प्रोग्राम को सर्च करने के लिए उपयोग में लेते है.

·        फेवरेट एप्प को पिन करना :- जो प्रोग्राम हम ज्यादा बार उपयोग लेते है उसे खोलकर हम टास्कबार पर स्थित उस प्रोग्राम के आइकॉन पर राईट क्लिक करके पिन टू टास्कबार पर क्लिक करेंगे.

·        टास्क व्यू :- एक साथ कई प्रोग्राम्स को एक ही स्क्रीन पर देखना.

·        मल्टी डेस्कटॉप :- एक साथ दो डेस्कटॉप स्क्रीन पर काम करना.

·    माइक्रोसॉफ्ट एज :- इन्टरनेट एक्सप्लोर ब्राउज़र के स्थान पर अब माइक्रोसॉफ्ट एज का प्रोयाग होने लगा है.

·        विंडो स्टोर :- इसमें से हम सॉफ्टवेर, वीडियो व फाइलों को डाउनलोड कर सकते है.

·        Cortana :- यह कंप्यूटर का बोलकर सर्च करने वाला मतलब “Voice Powered Assistant) है.

विंडो 10 में बेसिक एप्लीकेशन व यूटिलिटीज :

·        कैलकुलेटर : यह दो प्रकार से गणना कर सकते है – स्टैंडर्ड व स्टेटिक गणना.

·        मैथ इनपुट पैनल : इसमें गणितीय समीकरण लिख सकते है.

·        स्निपिंग टूल : स्क्रीन शॉट लेने के लिए.

·        विंडोज मोबिलिटी सेंटर :  इसमें स्पीकर, वायरलेस कनेक्शन, बेटरी स्टेट्स, सिंक सेंटर, ब्राइटनेस आदि शामिल होते है.

फोल्डर सिस्टम

·        फोल्डर के अंदर फोल्डर को सबफ़ोल्डर कहते है

·        किसी ड्राइव (C:\, D:\) में स्थित फोल्डर को टॉप लेवल फोल्डर कहते है:

D:\School\Class-1\Ram.jpg

·        D: ड्राइव का नाम है.

·        School :- टॉप लेवल फोल्डर.

·        Class-1 :- सब फ़ोल्डर है.

·        Ram.jpg :- यह फाइल है जहाँ हमने पहुंचना था.

रीसायकल बिन : यह हमारे द्वारा डिलीट फाइल या फोल्डर को टेम्परेरी स्टोर करता है. डिलीट डाटा को हम पुनः रिस्टोर भी कर सकते है.

नोट :-  फाइल को स्थाई रूप डिलीट करने के लिए “Shift+Delete” Key का उपयोग होता है.

 

एक अनुप्रयोग को शुरू करना :

·        वर्डपैड :  यह एक फोर्मटिंग सॉफ्टवेर है इसे विंडो 95 के बाद से सभी ऑपरेटिंग सिस्टम में शामिल किया गया था. इसको खोलने के लिए हम “Window Key + R दबाकर “Wordpad.exe” करेंगे

·        माइक्रोसॉफ्ट पेंट : यह एक पेंटिंग सॉफ्टवेर है. इसकी फाइल को बिटमैप के नाम से जाना जाता है.

·        किसी फोल्डर को रीनेम करने के लिए “F2” शॉर्टकट की का प्रयोग करते है

·        टाइपिंग करते समय : बाएं हाथ की चारों अंगुलियां “ASDF” एवं दायें हाथ की चारों अंगुलियाँ ;LKJ”  पर होती है – इस रो को “होम रो” भी कहते है 

Saturday, February 13, 2021

REET STUDY CORNER

 नोट: यदि आप घर पर Reet की तैयारी कर रहें है और अपनी तैयारी कम समय में करना चाहते है तो नीचे दिए गए लिंक को फॉलो करें।

01. हिंदी विषय : नितिन सर (Study 91) 

02. मनोविज्ञान विषय : डॉ0 वंदना जादोन जी

Thursday, February 11, 2021

RS-CIT CHAPTER : 2

 

मेहरा कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर, रायसिंह नगर 

RSCIT COMPUTER COURSE 

CHAPTER : 2 कंप्यूटर सिस्टम 

 

कंप्यूटर सिस्टम : कंप्यूटर IPOसिस्टम पर कार्य करता है : (केवल समझाने हेतु)

I = इनपुट

P = प्रोसेसिंग

O = आउटपुट

चायपती, दूध, चीनी, पानी

स्टोव/ गैस पर उबाला

मीठी चाय बनी

चायपती, दूध, नमक, पानी

स्टोव/ गैस पर उबाला

नमकीन चाय बनी

A = 3, B = 5

A * B

15 (A*B)

 

देखो बच्चों, कंप्यूटर पहले इनपुट लेता है फिर उस पैर प्रोसेसिंग करता है. अब देखो चाय में यदि चीनी की जगह नमक डालो गे तो चाय नमकीन बनेगी है ना ?

कंप्यूटर को शुरू करना : 

पावर स्विच ऑन करें .

फिर UPS (एक प्रकार की बैटरी) ऑन करें (यदि लगा है तो)

फिर CPU ऑन करें

कंप्यूटर में लॉग इन करें ( यदि पासवर्ड लगाया है तो)

नोट: बंद पड़े कंप्यूटर को चलाना कोल्ड बूट तथा चल रहे कंप्यूटर को रीस्टार्ट करना वर्म बूट कहते है.

कंप्यूटर सिस्टम के घटक :  यह निम्न है – (आपको केवल नाम याद रखने हैं)

लोग : लोग (यूजर/ हम लोग) महत्वपूर्ण अंग है .

प्रोसिजर : यह एक प्रक्रिया है जो विशेषज्ञ लिखते है

सॉफ्टवेर : कंप्यूटर के वह भाग जिन्हें हम देख सकते है लेकिन छू नहीं सकते. उदाहरण : ऑपरेटिंग सिस्टम (विंडो 7, 8, विस्टा, एक्सपी)

हार्डवेयर : कंप्यूटर के वह बाहरी भाग जिन्हें देखा व छुया जा सकता है. उदाहरण : CPU, माउस, कीबोर्ड आदि. 

डाटा: इमेज, साउंड, टेक्स्ट और सिंबल को डाटा कहते है

हार्डवेयर :  इसे अब हम विस्तार से पढ़ेंगे-

हार्डवेयर के घटक :  ये निम्न 3 प्रकार के होते है-

इनपुट डिवाइस

आउटपुट डिवाइस

प्रोसेसिंग डिवाइस

इनपुट डिवाइस :  ये निम्न है (एक प्रश्न पक्का आता है)

कीबोर्ड :  इनपुट डिवाइस है –

F1 से F12 :फंक्शन की (Function Key) संख्या 12 होती है

0 से 9 :     संख्यात्म की (Numberic Key)

A से Z :     अल्फाबेट की (Alphabate Key)

Ctrl, Alt, Shift : कॉम्बिनेशन की ( Combination Key)

Insert, End, Delete, Page Up, Page Down :  स्पेशल की

तीर के निशान वाली की : नेविगेशन की (Navigation Key)

साइड में दिया हुआ पैड : नुमेरिक की पैड

Enter Key : नया पैराग्राफ शुरू करने के लिए

ESC Key :  चलती प्रेजेंटेशन को रोकने के लिए

Window Key : स्टार्ट मेनू खोलने के लिए

माउस : (इनपुट व पोइंटिंग डिवाइस ) : तीन बटन होते है-

Left/Click बटन : Ok करने के लिए   

Right Click :  सम्बन्धित विकल्प देखने के लिए

Scroll बटन :  स्क्रॉल बार की सहायता से फाइल स्क्रीन को उपर नीचे करने के लिए

टच पैड : लैपटॉप का माउस (इनपुट व पोइंटिंग डिवाइस )

ट्रैक पॉइंट :  (इनपुट व पोइंटिंग डिवाइस )

ट्रैकबोल : (इनपुट व पोइंटिंग डिवाइस )

जोस्टिक :  (इनपुट व पोइंटिंग डिवाइस ) एवं गेम खेलने के लिए हॉस्पिटल में भी जोस्टिक का प्रयोग होता है

स्कैनर : प्रिंट किये हुए पृष्ठ को डिजिटल रूप में बदलता है

मिडी डिवाइस : Musical Instrument Digital Interface (MIDI)

MICR : Magnetic Ink Character Recognition : यह बैंक में चेक पर दिए गये MICR कोड को सत्यापित करता है.

OCR : Optical Character Recognition  यह एनकोडेड फॉर्म को तथा हस्तलिखित टेक्स्ट को इलेक्ट्रॉनिक में बदलता है.

OMR : Optical Mark Reader – यह पेन या पेंसिल के निशान को पढ़ता है.

बार कोड रीडर :  यह कंप्यूटर से जुडकर किसी विशिष्ट वस्तु को पढकर उससे सम्बन्धित सारी जानकारी बता देता है. जैसे : बैंक में एंटरी मशीन है जो बैंक पास बुक पर लगे बार कोड को पढकर अपने आप एंटरी कर देती है

Speech Recognition Device: ऑडियो डाटा को इनपुट करवाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है.

वेबकैम : लैपटॉप में लगा फोटो कैप्चर करने के लिए कैमरा.

आउटपुट डिवाइस : ये निम्न है-

मॉनिटर : मॉनिटर का Resolution ‘पिक्सेल’  में मापते है. मॉनिटर का स्क्रीन आकार विकर्ण (Diagonally) के रूप में मापा जाता है.

CRT मॉनिटर: कैथोड रे ट्यूब यह एक टेलीविजन की दिखाई देता है.

फ्लैट पैनल मॉनिटर: यह दो प्रकार के होते है –

LCD: (Liquid Cristal Display) : इसमें TFT (थीन फिल्म ट्रांजिस्टर) का उपयोग किया जाता है.

LED: (Light Emitting Diode) : इसमें LED backlight का प्रयोग किया जाता है.

प्रिंटर : इसकी गुणवत्ता DPI (Dot Per Inch) में मापी जाती है.

इम्पैक्ट प्रिंटर : इसमें लाइन, ड्रम, चैन, डेज़ी व्हील एवं डॉट मेट्रिक कंप्यूटर आते है जो प्रिंट करने के किये प्रिंट हेड का प्रयोग करते है तथा रिबन का प्रयोग करतें है

नॉन इम्पैक्ट : इसमें निम्न प्रिंटर आते है-

लेजर प्रिंटर : ये प्रिंटर प्रिंट करने हेतु ‘काले रंग के पाउडर या ‘टोनर’ का उपयोग करते है.

इंकजेट प्रिंटर : ये प्रिंटर प्रिंट करने हेतु “काले रंग की बूंदों’ का प्रयोग करते है.

थर्मल प्रिंटर : ATM में काम आने वाले प्रिंटर होते है.

प्लॉटर : यह बड़े नक्शे, Vactor फाइलों को प्रिंटर करता है.

स्पीकर : यह ऑडियो(MP3), वीडियो(MP4) की आवाज को आउटपुट के रूप में प्रस्तुत करते है.

Multimedia Projector : यह भी आउटपुट डिवाइस है.

इनपुट व आउटपुट डिवाइस :  ये निम्न है –

फैक्स मशीन

Multifunction डिवाइस (MFD) : इसमें प्रिंटर, स्कैनर व फोटो कॉपिएर शामिल होते है.

Modem : Modulater Demodulater इसका पूर्ण रूप है.

कंप्यूटर मेमोरी : यह मानव के ब्रेन कई तरह है –

कैश मेमोरी : यह मेमोरी उच्च गति अर्द्ध कंडक्टर मेमोरी होती है. इसमें बार बार  उपयोग होने प्रोग्राम रखे जाते है.

प्राइमरी मेमोरी :

RAM (Random Access मेमोरी) : यह Non Voletile, अस्थाई, वाष्पशील,  मेमोरी है. इसमें डाटा बिजली के रहने तक ही रहता है.

SRAM : Static RAM यह एक कम रिफ्रेश होने वाली मेमोरी है

DRAM: Dynamic RAM- यह बार बार रिफ्रेश होने वाली मेमोरी.

ROM :  (Read Only Memory) : यह स्थाई मेमोरी होती है.

PROM : (Programmable ROM)

EPROM : (Erasable ROM)

EEPROM : (Electronic Erasable ROM) : यह बिजली की सहायता से डाटा हटाती है.

सेकेंडरी मेमोरी : यह कंप्यूटर की स्थाई मेमोरी होती है –

HDD : हार्ड डिस्क ड्राइव इसमें सबसे ज्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता है. जैसे 1TB, 1GB आदि

Optical डिवाइस –

CD : Compect Disk इसमें 700MB तक डाटा सेव करके रखा जा सकता है.

DVD : Digital Video/Versatile Disk इसमें 4.7GB से ज्यादा डाटा सेव करके रखा जा सकता है.

ब्लू रे डिस्क : इसमें सबसे ज्यादा डाटा (25GB-250GB)                                     सेव करके रख सकते है

नोट : RW का मतलब Rewritable होता है व CD R- में R का मतलब Recordable होता है.

पेन ड्राइव : यह पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस (भंडारण युक्ति) है.

SM Card : Smart Media Card : यह कैमरा में काम आता है.

SD Card : Secure Disk : यह मोबाइल में मेमोरी की तरह काम आता है. 

विंडो 10 में सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन

 सेटिंग विकल्प का चयन करें.

सिस्टम में ‘about’ आप्शन पर क्लिक करें

सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन में हम निम्न की जाँच करते है

मेमोरी

स्टोरेज व संस्करण (i7, i5)

 
Design by Wordpress Theme | Bloggerized by Free Blogger Templates | JCPenney Coupons